






"यह कहानी है मोहब्बत से भरे दो दिलों की..." यह कहानी सिर्फ एक प्रेम-कथा नहीं है, बल्कि दो अलग-अलग दुनियाओं, दो अलग संस्कृतियों, दो अलग जातियों और दो अलग समुदायों के बीच पनपी मोहब्बत की मिसाल है। एक तरफ थी महम हुसैन, एक मुस्लिम परिवार से ताल्लुक़ रखने वाली, एक गरीब मगर संस्कारों और आत्मसम्मान से भरपूर लड़की। उसकी दुनिया सीमित थी, सपने छोटे थे, मगर दिल बहुत बड़ा था। दूसरी तरफ था निशांत रॉय, एक ऐसा नाम जो बिज़नेस की दुनिया का बेताज बादशाह माना जाता है। करोड़ों की संपत्ति, अनगिनत कंपनियाँ, और एक ऐसा रुतबा जो हर युवा का सपना होता है। लेकिन अपनी शोहरत, दौलत और ऊँचाई के बावजूद, निशांत के दिल में इंसान की असली कीमत को समझने की गहराई थी। इन दोनों का मिलन एक इत्तेफाक नहीं, किस्मत का लिखा हुआ एक अनमोल अध्याय था। जानिए कैसे महम और निशांत पहली बार एक-दूसरे से मिले, कैसे उन्होंने अपनी पहचानों, जात-पात, बिरादरी और मज़हब से ऊपर उठकर एक-दूसरे से बेपनाह मोहब्बत की, और कैसे 'अमीर-गरीब' जैसे सबसे बड़े फ़र्क के बावजूद, ये दो दिल एक जान बन गए। जानिए कैसे महम, जिसने कभी सपने देखने की हिम्मत नहीं की थी, एक दिन दुनिया के सबसे बड़े कारोबारी की ज़िंदगी बन गई, और कैसे निशांत, जिसने कभी रिश्तों से दूरियाँ बनाए रखीं, एक सच्चे प्यार में पिघल गया। यह सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि वक़्त और समाज की हर सीमा को तोड़ती मोहब्बत की मिसाल है। इस पूरी दास्तान को पढ़िए और महसूस कीजिए — कि जब दिल से दिल जुड़ते हैं, तो मज़हब, जाति और अमीरी-गरीबी सिर्फ लफ़्ज़ रह जाते हैं... मोहब्बत सबसे ऊपर होती है।
